राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के तीन दिवसीय चर्चा सत्र “भविष्य का भारत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण” कार्यक्रम के पहले दिन के चर्चा सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कांग्रेसी योगदान की सराहना की। सरसंघचालक ने कहा कि कांग्रेस के रूप में देश की स्वतंत्रता के लिए पूरे देश में एक आंदोलन खड़ा हुआ। जिसमें देश के अनेक सर्वस्वत्यागी महापुरुष की प्रेरणा आज भी लोगों को जीवन में प्रेरणा देती है। इस धारा का देश की स्वतंत्रता प्राप्ति में एक बड़ा योगदान रहा है। सरसंघचालक ने कहा कि भारतीय समाज विविधताओं से भरा है किसी भी बात में एक जैसे समानता नहीं है। इसलिए विभिन्नताओं से डरने के बजाए उसे स्वीकार करना चाहिए और उस का उत्सव मनाना चाहिए। RSS प्रमुख ने कहा कि संघ अपना प्रभुत्व नहीं चाहता और उसे इस बात से कोई लेना-देना नहीं कि देश की सत्ता में कौन आता है।