हनुमानगढ़ (राज०) : भाजपा सरकार द्वारा किसानों को बांटे जा रहे ऋण माफ़ी प्रमाण-पत्र का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस ने शिविर लगाकर सबके सामने ऋण माफ़ी का प्रमाण पात्र देने की प्रक्रिया को अमानवीय और अपमानजनक बताते हुए इसे अन्नदाता किसान का अपमान करार दिया है।
किसानों को मंच सजाकर कर्जमाफी प्रमाण-पत्र देकर अपमानित किए जाने की भाजपा की नीति के विरुद्ध आज जिला कलेक्टर हनुमानगढ़ को ज्ञापन सौंपाकर इस अमानवीय और अपमानजनक नीति को तत्काल वापिस लेने और किसानों का पूरा क़र्ज़ एक बार में माफ़ करने को कहा!@SachinPilot @RahulGandhi @INCIndia pic.twitter.com/vCWXHK0sSr
— Pawan Godara (@PawanGodaraRJ) June 28, 2018
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव और पूर्व राज्यमंत्री पवन गोदारा ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और हनुमानगढ़ के किसानों के साथ राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन हनुमानगढ़ के जिला कलेक्टर को सौंपा है। इस मौके पर पवन गोदारा ने कहा कि यह किसानों को कर्जमाफी के नाम पर सरेआम अपमानित करने की भाजपा सरकार की नीति है, इस अपमानजनक नीति को तत्काल वापिस लिया जाए। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगातार किसानों की कर्ज़माफी के लिए उठाई जा रही आवज़ के दबाव में सरकार ने क़र्ज़ माफ़ी की शुरुआत तो की पर उसका तरीका बेहद अपमानजनक है।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि ‘जब भाजपा सरकार ने बड़े उद्योगपतियों का क़र्ज़ माफ़ किया था तब तो मंच सजाकर सबके सामने कर्जमाफी प्रमाण-पत्र नहीं बांटे थे, तो अब किसानों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार क्यों किया जा रहा है? इस प्रकार सबके सामने मात्र 10 से 50 हजार रुपए के लिए अन्नदाता किसान को अपमानित करके भाजपा क्या बताना चाहती है? इस तरह से मंच सजाने में रुपए खर्च करने के बजाए यदि किसानों का क़र्ज़ माफ़ करने में सरकार व्यय करती तो ज्यादा अच्छा होता और किसानों इस तरह अपमानित भी नहीं होना पड़ता।’
इस मौके पर राजस्थान कांग्रेस महासचिव पवन गोदारा के साथ जिला कांग्रेस समिति के महासचिव सुरेन्द्र गोंद, सचिव अजीत सिंह धालीवाल समेत कांग्रेस के कई नेता व् कार्यकर्ता मौजूद रहे।