यदि आपके जीवन में किसी भी शुभ कार्य करने में बार-बार अड़चनें आ रही हैं। आपके जीवन में धन का अभाव है। घर में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं हो पा रहा है। आपकी संतान के विवाह में किसी तरह की समस्या आ रही है तो आप की कुंडली में पितृदोष हो सकता है। पितृ दोष के कारण ही जीवन में अचानक ही कई तरह की समस्याएं आने लगती हैं। बनते काम बिगड़ने लगते हैं और पारिवारिक जीवन भी तनावपूर्ण होने लगता है। जीवन में तरक्की नहीं हो पाती। व्यक्ति कितनी भी कोशिश कर ले उसकी सारी कोशिशें नाकाम हो जाती है।
आज हम आपको पितृदोष से छुटकारा पाने की कुछ उपायों के बारे में बताएंगे। जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन में आने वाली सभी समस्याओं और अर्चना से मुक्ति पा लेंगे। इसके साथ ही आपके पितृदेव आप से प्रसन्न होकर आपको अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देंगे। जिससे आपको पितृ दोष से तुरंत ही छुटकारा मिल जाएगा।
पितृ दोष से छुटकारा पाने के 10 उपाय
जीवन में या कुंडली में दोषों के कारण पितृदोष लग जाता है। पितृदोष को जीवन एक अदृश्य बाधा माना जाता है। जो पितरों के नाराज होने के कारण होती है। व्यक्ति द्वारा अपने पूर्वजों या बड़े बुजुर्गों का अपमान करने या श्राद्ध के दुरण पितरों को याद न करने पर पितृदेव रुष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा समय पर पितरों का श्राद्ध या तर्पण ना करने पर भी पितृदेव नाराज हो जाते हैं। पितृदोष लगने पर व्यक्ति के जीवन में कोई भी कार्य सफल नहीं हो पाता। पितृ दोष से छुटकारा पाने के सबसे सरल और आसान उपाय है पितृदेवों के प्रसन्न करना।
- श्राद्ध के दिनों में पितृ देवो को प्रसन्न करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए पिंड दान करना चाहिए, जिससे हमे पितरों का आशीर्वाद मिल सके और पितृदोषसे मुक्ति मिल सके।
- इसके लिए श्राद्ध के दौरान अपने पूर्वजों या पितरों के निधन की तिथि के दिन ब्राह्मणों या जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन करवाएं। उन्हें दक्षिणा दें। ध्यान रहे भोजन में आप अपने पूर्वजों के पसंद की चीजें अवश्य बनाएं। ऐसा करने से पितृ देव प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से छुटकारा मिलता है।
- पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए सूर्य देव की भी पूजा अर्चना की जाती है। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए तांबे के लोटे में जल भर लें। फिर उसमें लाल फूल, लाल चंदन और रोली डाल दें। सुबह सूर्योदय के समय यह जल सूर्य देव को अर्पित करें और 11 बार ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से पितृदेव प्रसन्न होते हैं और उनकी उर्ध्व गति के दोष भी दूर होती हैं।
- श्राद्ध के दौरान पितरों के नाम पर निर्धन या जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न और वस्तुओं का दान करें। ऐसा करने से भी पितृदेव प्रसन्न होते हैं और आपको सुख संपदा का आशीर्वाद देते हैं। जिससे आपके जीवन में धन का अभाव नहीं रहता।
- पितृ दोष रखने का एक मुख्य कारण पितरों की आत्मा को शांति ना मिलना भी है। उनकी आत्मा की शांति के लिए आप किसी गरीब कन्या के विवाह में गुप्त रूप से आर्थिक सहायता कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे यह सहायता दिखावे की नहीं बल्कि श्रद्धा भाव से पितरों के नाम पर होनी चाहिए। ऐसा करने से आपके मित्र आप से अत्यंत प्रसन्न हो जाएंगे और आपको जीवन में सफलता का आशीर्वाद देंगे। जिससे आपको जीवन में कभी हार को मुंह नहीं देखना पड़ेगा।
- इसके अलावा पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए घर की स्त्रियों को स्नान करने के बाद ही रसोई में भोजन बनाना चाहिए। रोज रोटी बनाते समय पहली रोटी गौ माता के लिए निकालनी चाहिए। रोटी में गुड़ रखकर गाय को खिलाना चाहिए।
- घर में हमेशा पीने के पानी के स्थान को साफ सुथरा रखना चाहिए, क्योंकि इस स्थान पर पितरों का वास माना जाता है और घर में आए किसी भी व्यक्ति को बिना पानी पिलाए या भोजन कराएं नहीं वापस नहीं भेजना चाहिए।
- अमावस्या के दिन को पूर्वजों और पितृ देव का दिन माना जाता है। इस दिन पूर्णिमा या पितृपक्ष में पूर्वजों का श्राद्ध कर सकते हैं। ऐसा करने से पित्र देव प्रसन्न हो जाते हैं और उनके आशीर्वाद से आप पितृदोष से मुक्त हो सकते हैं।
- अमावस्या के दिन दोपहर के समय घर में गूगल की धूनी जालाकर पूरे घर में घुमानी चाहिए। ऐस करने से घरके सारे दोष दूर होते हैं।
- इसके साथ ही अमावस्या के दिन पितरों के नाम पर निर्धन व्यक्ति, किसी मंदिर या ब्राह्मण को सफेद कपड़ा, चीनी, दूध या दक्षिणा भी दान कर सकते हैं।