आज का ये दौर ऑनलाइन न्यूज़ का है , और इस दौर में व्हात्सप्प फैक्ट्री से भी काफी फर्जी न्यूज़ निकलती है , इसलिए हम लोग सहारा लेते है बड़े बड़े मंदी चैनल और पोर्टल का ताकि उन तक सही खबर पहुँचे . लेकिन अगर वही बड़े वाले मीडिया हाउस फर्जी खबरें दिखायेंगे तो आप क्या करोगे . जी हाँ आज हम बात करेंगे इसे ही एक जाने माने अखबार और न्यूज़ पोर्टल द्वारा कि गयी फर्जी न्यूज़ कि . आइये पहले आपको वो विडियो दिखाते हैं
आज युहीं फेसबुक USE करते समय मेरे सामने आया पंजाब केसरी का एक विडियो , जिसमे आम आदमी पार्टी और दुष्यंत चौटाला के गठ्बन्धन कि खबर थी , मैं भी विडियो देखने लगा कि क्या नया चल रहा है ..
इस विडियो में बाकी स्टोरी तो थी ही लेकिन मुझे चौकाया इस विडियो में निचे चल रही एक पट्टी ने , आपको पता है न वो एक पट्टी चलती रहती है न्यूज़ चैनल में जिस पर ब्रेकिंग खबरें आतीं रहती है , आप भी सोच रहे होंगे कि इस पट्टी पे ऐसा क्या लिखा था जिस पर मैं आपको इतनी देर से पका रहा हूँ ,
ये खुलासा यहाँ से youtube पर देखें –
इस पट्टी पे लिखा था कि ये जोड़ी लाएगी 55 से ज्यादा सीटें – सर्वे . इसका मतलब कोई सर्वे हुआ है जिसके आंकड़े पंजाब केसरी दिखा रहा है . मेरी भी उत्सुकता बड़ी तो मैंने विडियो आगे देखा तो लास्ट में बताया गया कि इस सर्वे में भाजपा को 12 और कांग्रेस को 14 सिट मिलेगी , लेकिन पुरे विडियो में पंजाब केसरी वालो ने ये नही बताया कि ये सर्वे किया किसने है. तो मैनें भी पंजाब केसरी का पूरा फेसबुक पेज छान डाला सर्वे का कहीं कोई जिक्र नही मिला , तो मेरे दिमाग में आया कि हो सकता है कि किसी अन्य मीडिया ने ये सर्वे किया होगा और पंजाब केसरी ने उस सर्वे का जिक्र इस विडियो में किया है .
लेकिन अब प्रश्न ये था कि इस सर्वे का पता कैसे लगाये कि किसने किया होगा , इसके लिए मैंने फेसबुक पर आप कार्यकर्ताओं कि प्रोफाइल देखनी शुरू कि , वो आपको पता ही है जब किसी राजनातिक पार्ट्री के पक्ष में सर्वे आता है तो धडाधड उसके कार्यकर्ता शेयर करने में लग जाता है , हमारा अंदाजा भी सही निकला , हमे कुछ आप कार्यकर्ताओं कि प्रोफाइल पर एक न्यूज़ पेपर कि कटिंग मिली जिसमे एक एसा सर्वे था , इस सर्वे में आप और दुष्यंत के गठ्बन्धन को 59 , भाजपा को 12 और कांग्रेस को 14 सिट मिलने कि उम्मीद बताई जा रही थी .
लेकिन जब मैने इस न्यूज़ पेपर का नाम देखना चाहा तो इसपर सिर्फ राज्य ब्यूरो चंदीगड लिखा था , और जब सर्वे के पिरामिड को देखा तो इसका सोर्स दिया गया था और इस सोर्स का नाम था news 24 और चाणक्य . जी हाँ ये न्यूज़ 24 और चाणक्य व्ही सर्वे एजेंसी है जिसके सर्वे सबसे स्टिक ,माने जाते है , लेकिन दिमाग में ये प्रश्न भी आया कि इतनी बड़ी न्यूज़ एजेंसी और चैनल का सर्वे है तो इसका प्रचार क्यों नही है , इसी कि जांच के लिए हमने खंगाला टुडे चाणक्य के ट्विटर हंदेल को , और थोड़ी ही देर बाद हमे मिला टुडे चाणक्य का वो ट्वीट जिसे देखकर आप भी चौक जायेंगे . टुडे चाणक्य से 26 नवम्बर को किसी ने पूछा था कि क्या आपने एसा कोई सर्वे किया है , जिसपर उनका साफ़ साफ़ कहना था हमने एसा कोई सर्वे नही किया और ना ही हमारा इस सर्वे से कोई लेना देना है .
अब सारा किस्सा आइने कि तरह साफ़ था ये एक फोटोशोप अखबार था जिसमे टुडे चाणक्य और न्यूज़ 24 का सोर्स देकर आप कार्यकर्ताओं द्वारा इस सर्वे को वायरल किया जा रहा था , अब राजनातिक लोगों का काम ही झूट फैलाना होता ही है लेकिन इसमें सबसे बड़ी चौकाने वाली बात जो थी वो पंजाब केसरी का इस प्रोपगंडे में फसकर उसपर स्टोरी बनाने थी . अब इस खबर को देखकर शयद पंजाब केसरी कि आँखें खुले तो हम तो उब्को यही कहना चाहेंगे कि हे प्रभु आप लोगों का काम है लोगों तक सच पहुँचाना , इसलिए आप भी अपनी न्यूज़ बनाते समय थोड़ी छान बीन कर लिया करिये क्योंकि व्हात्सप्प और फेसबुक फैक्ट्री कि न्यूज़ वायरल करने के लिए तो राजनातिक पार्टियाँ और उनके कार्यकर्ता है ही ,
अब आप लोग भी कोई भी खबर पड़ते समय अपना दिमाग खुला रखिये ताकिअगर कोई रिपोर्टर व्हात्सप्प फैक्ट्री के सोर्स को लेकर खबर बना दे तो आप उसके झाल में ना फसे .